प्रधानमंत्री मोदी आज पहुंचेंगे कनाडा: G7 वार्ता, व्यापार और यूरेनियम पर रहेगी ख़ास नज़रप्रधानमंत्री मोदी आज पहुंचेंगे कनाडाप्रधानमंत्री मोदी आज पहुंचे कनाडा: G7 वार्ता, व्यापार और यूरेनियम पर रहेगी ख़ास नज़र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन देशों की यात्रा के तहत कनाडा का दौरा भारत-कनाडा संबंधों के लिए एक अहम दौर साबित हो सकता है। व्यापार, यूरेनियम आपूर्ति और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के साथ यह शिखर सम्मेलन वर्षों के तनाव के बाद दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों को फिर से नया रूप दे सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 15 जून को साइप्रस गणराज्य, कनाडा और क्रोएशिया की तीन-देशीय यात्रा की शुरुआत की। यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा है — जो पिछले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले (जिसमें मुख्य तौर पर 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी) के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर भारत की सटीक कार्रवाई थी।

प्रधानमंत्री मोदी आज पहुंचेंगे कनाडा

मोदी आज की शाम तक कनाडा पहुंचेंगे, जो उनकी तीन-देशीय दौरे का दूसरा चरण होगा (पहला चरण साइप्रस था)। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर, मोदी आज और कल (17 जून) कनाडा के कानानास्किस शहर में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

यह प्रधानमंत्री मोदी की G7 शिखर सम्मेलन में लगातार छठी भागीदारी होगी।

सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रधानमंत्री इस सम्मेलन में G7 देशों, आमंत्रित आउटरीच देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, नवाचार, खासकर AI-ऊर्जा संबंध और क्वांटम तकनीक जैसे तमाम वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।

प्रधानमंत्री ने 15 जून को साइप्रस रवाना होने से पहले दिए गए बयान में कहा,
“साइप्रस के बाद मैं प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर कनाडा के कानानास्किस जाऊंगा, जहां G7 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। यह सम्मेलन वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं और ज्वलंत वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगा। मैं साझेदार देशों के नेताओं से संवाद की प्रतीक्षा कर रहा हूं।”

कनाडा में प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकताएं क्या हैं?

प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन के बाद कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोदी की कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से भी G7 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात प्रस्तावित है। इस बातचीत में कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे और यह गुप्त सूचनाओं के आदान-प्रदान और आपसी गलतफहमियों को दूर करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकता है।

G7 समूह क्या है?

G7 दुनिया की सात प्रमुख विकसित अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है — कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, और यूरोपीय संघ।

मार्क कार्नी, एक अर्थशास्त्री और राजनीति में नए चेहरे, मार्च 2025 में जस्टिन ट्रूडो के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।

कार्नी ने इसी महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी को फोन द्वारा G7 बैठक में आमंत्रित किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल के एक बयान के मुताबिक, इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-कनाडा संबंधों की समीक्षा की और उन्हें बेहतर बनाने पर चर्चा की।

जैसवाल ने यह भी कहा कि भारत कनाडा के साथ संबंधों को पुनः आरंभ करने की दिशा में कदम उठा रहा है और यह बैठक इस दिशा में अहम अवसर हो सकती है।

“भारत और कनाडा जीवंत लोकतंत्र हैं, जो कानून के शासन के प्रति प्रतिबद्धता से जुड़े हैं,” जैसवाल ने G7 बैठक से पहले कहा।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह नया संबंध “आपसी सम्मान, साझा हितों और एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता” पर आधारित होगा।

मार्क कार्नी की चुनावी जीत पर फोन द्वारा समाचार मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी ने खुशी ज़ाहिर की। इससे पहले अटकलें थीं कि भारत-कनाडा के तनावपूर्ण संबंधों को मद्देनज़र रखते हुए शायद कनाडा प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित न करे, या मोदी स्वयं आमंत्रण अस्वीकार कर दें।

भारत-कनाडा संबंधों में तनाव

भारत और कनाडा के रिश्ते 2023 से तनावपूर्ण रहे जब ट्रूडो सरकार ने ‘भारतीय एजेंटों’ पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाया था। जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे शहर के एक गुरुद्वारे के बाहर हुए गोलाबारी में निज्जर की हत्या कर दी गई थी।

अक्टूबर 2024 में कनाडा ने छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था, जिसके वजह से संबंध और भी ज़्यादा जटिल हो गए। भारत ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए इनकार किया और जवाब में कनाडा के शीर्ष राजनयिकों को देश से बाहर किया, व्यापार वार्ता रोकी और आधिकारिक दौरों पर रोक लगा दी।

भारत का बयान यह है कि कनाडा में सिख समुदाय के बीच चरमपंथ को संरक्षण दिया जा रहा है। इन हालातों में कार्नी की जीत को कूटनीतिक संबंधों में पुनः शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।

भारत-कनाडा व्यापार और यूरेनियम आपूर्ति

2024 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार $8.6 बिलियन रहा, जो कि कई विश्लेषकों के अनुसार संभावनाओं से काफी कम है। मई 2023 में छठा भारत-कनाडा व्यापार और निवेश मंत्री स्तरीय संवाद ओटावा में हुआ था।

कुछ रिपोर्टों के अनुसार, भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग और कनाडा की कंपनी Cameco Corporation 2015 में हुए यूरेनियम आपूर्ति समझौते को नवीनीकृत कर सकते हैं। यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक यूरेनियम कंपनियों में से एक है, जिसका मुख्यालय सास्काटून, कनाडा में है।

2015 में मोदी की कनाडा यात्रा के दौरान $350 मिलियन का समझौता हुआ था, जिसके तहत भारत को 7 मिलियन पाउंड यूरेनियम केंद्रित आपूर्ति की गई थी।

मुख्य बिंदु:

PM मोदी की G7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी वैश्विक ऊर्जा और तकनीक चर्चाओं में भारत की भूमिका को रेखांकित करती है।

कनाडा में नेतृत्व परिवर्तन के बाद द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के आसार हैं।

व्यापार और यूरेनियम आपूर्ति जैसे अहम मुद्दे भारत-कनाडा संबंधों को नई दिशा प्रदान कर सकते हैं।

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