नई दिल्ली, 29 जुलाई 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का बदला मात्र 22 मिनट में ले लिया। इस कार्रवाई में पूरी तरह ‘मेड इन इंडिया’ ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना को पूरी तरह से स्वतंत्रता दी गई थी कि वह कब, कहां और कैसे हमला करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “यह नया भारत है – गोली का जवाब बम से देगा।” उन्होंने कहा कि कोई भी अंतरराष्ट्रीय नेता भारत को यह ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कह रहा था, और यह पूरी तरह भारत का आत्मनिर्भर और स्वतंत्र निर्णय था।
🔹 ऑपरेशन सिंदूर: क्या है खास
- ऑपरेशन का उद्देश्य 22 अप्रैल के आतंकी हमले का जवाब देना था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।
- जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी लॉन्चपैड्स और कमांड सेंटरों को निशाना बनाया।
- 6-7 मई की रात को यह हमला ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों से किया गया।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि “22 मिनट में हमने अपना बदला पूरा किया।”
🔹 आतंकियों का अंत
प्रधानमंत्री मोदी ने जानकारी दी कि इस हमले के मास्टरमाइंड सुलैमान शाह सहित तीन प्रमुख आतंकियों को बाद में सुरक्षा बलों ने मार गिराया। हमले में जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवारों ने भारतीय सेना और सरकार का आभार जताया।
🔹 विपक्ष पर निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष अंतरराष्ट्रीय ताकतों के हवाले देकर भारत की सुरक्षा नीति पर सवाल उठा रहा है, जो पाकिस्तानी नैरेटिव को बढ़ावा देने जैसा है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें “देश की बजाय राजनीतिक फायदा” ज़्यादा चाहिए।
🔹 संसद में गर्म माहौल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राज्यसभा में इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। लोकसभा में प्रधानमंत्री के जवाब के दौरान विपक्ष ने सवाल उठाने की कोशिश की, लेकिन मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि “भारत अब पहले की तरह चुप बैठने वाला नहीं है।”
🔹 मोदी का स्पष्ट संदेश
“अब भारत आतंक के खिलाफ मूकदर्शक नहीं रहेगा। अब जवाब भारत देगा, वो भी उसी की भाषा में।”
📌 निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की सैन्य क्षमता को दुनिया के सामने रखा, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त और तेज़ कार्रवाई की नीति अपना चुका है। प्रधानमंत्री मोदी का संसद में यह बयान विपक्ष, पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को भारत की स्पष्ट सुरक्षा नीति का संकेत देता है।