बिहार: होमगार्ड बहाली में शामिल युवती से एंबुलेंस में सामूहिक दुष्कर्म, चालक व टेक्नीशियन गिरफ्तार — बोधगया बीएमपी कैंपस का मामला

बिहार में चल रही होमगार्ड बहाली प्रक्रिया के दौरान एक युवती के साथ एंबुलेंस में सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह पूरी घटना बोधगया थाना क्षेत्र के बीएमपी (बिहार मिलिट्री पुलिस) परिसर की है, जहां शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए आयी गया जिले की एक महिला अभ्यर्थी को उपचार के लिए अस्पताल ले जाते समय एंबुलेंस में दुष्कर्म किया गया।

क्या है पूरा मामला

गुरुवार को बोधगया स्थित बीएमपी परिसर में होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान शारीरिक परीक्षा दे रही एक महिला अभ्यर्थी अचानक बेहोश हो गई। हालात बिगड़ते देख उसे मौके पर मौजूद एंबुलेंस से इलाज के लिए गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया।

एंबुलेंस में ड्राइवर विनय कुमार (निवासी – उतरैन गांव, कोच प्रखंड) और टेक्नीशियन अजीत कुमार (निवासी – चांदपुर गांव, तेल्हारा थाना, नालंदा) मौजूद थे। आरोप है कि अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में दोनों ने मिलकर युवती के साथ जबरन दुष्कर्म किया।

अस्पताल में होश आने पर हुआ खुलासा

पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां होश में आने के बाद उसने चिकित्सकों को आपबीती सुनाई। चिकित्सकों ने तत्काल मामले की गंभीरता को समझते हुए मेडिकल जांच टीम गठित की और इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।

पुलिस ने तत्परता दिखाई, दोनों आरोपी गिरफ्तार

बोधगया थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एंबुलेंस की पहचान कर चालक विनय कुमार और टेक्नीशियन अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। पुलिस ने इस संबंध में बोधगया थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है।

सिटी एसपी का बयान

गया सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि 25 जुलाई को एक महिला अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षा के दौरान अचेत हो गई थी। उसे तत्काल रिकवर करने का प्रयास किया गया, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल रेफर किया गया। कुछ समय बाद महिला ने अस्पताल में आरोप लगाया कि एंबुलेंस में मौजूद चालक व टेक्नीशियन ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। उन्होंने बताया कि आरोप सामने आते ही तत्काल दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पीड़िता ने दोनों की पहचान भी कर ली है। पूछताछ के दौरान दोनों के जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए। आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।

महिला सुरक्षाकर्मी के अभाव पर उठे सवाल

इस घटना के बाद यह सवाल उठ रहा है कि जब महिला को अस्पताल ले जाया जा रहा था, तो उसके साथ कोई महिला सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं भेजी गई। इस पर सिटी एसपी ने सफाई दी कि > “महिला सुरक्षाकर्मी ग्राउंड ड्यूटी में तैनात थीं। एंबुलेंस से अस्पताल ले जाने में लगभग 20 मिनट का समय लगा, और इस दौरान अभ्यर्थी के परिजन भी अस्पताल पहुंच चुके थे।”

सवाल उठाती है यह घटना

यह घटना न सिर्फ सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े करती है, बल्कि सरकारी बहाली प्रक्रियाओं के दौरान महिला प्रतिभागियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता भी उत्पन्न करती है। जहां एक ओर महिला सशक्तिकरण की बात की जाती है, वहीं ऐसी घटनाएं पूरे सिस्टम पर सवालिया निशान खड़ा करती हैं।

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और दोनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा चुका है और पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज, एंबुलेंस की लोकेशन, मेडिकल रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की जांच कर रही है।

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