बिहार में SIR के पहले चरण में 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए, विपक्ष ने बताया साजिश
बिहार में SIR प्रक्रिया के तहत 65 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए गए। चुनाव आयोग ने पारदर्शिता का दावा किया, विपक्ष ने साधा निशाना।
बिहार में SIR प्रक्रिया के तहत 65 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए गए। चुनाव आयोग ने पारदर्शिता का दावा किया, विपक्ष ने साधा निशाना।
लखीसराय की जनसभा में प्रशांत किशोर ने चिराग पासवान के दोहरे रवैये पर तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार से नाराज़ हैं तो एनडीए से बाहर आएं। उन्होंने जनता से जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास और रोजगार के नाम पर मतदान की अपील की।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश कुमार का बड़ा सामाजिक सन्देश—सफाईकर्मियों के लिए आयोग और पत्रकारों की पेंशन में भारी इजाफा। दोनों वर्गों को साधने की चुनावी रणनीति पर उठे सवाल।
एनडीए के साथ रहते हुए भी नीतीश सरकार पर सवाल उठाने वाले चिराग पासवान की राजनीति ने बिहार में नए समीकरण और सियासी तनाव को जन्म दिया है। वे खुद को आक्रामक युवा नेता के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
बिहार के गया जिले में होमगार्ड बहाली प्रक्रिया के दौरान एक महिला अभ्यर्थी से एंबुलेंस में सामूहिक दुष्कर्म की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
सुपौल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने विधानसभा घेराव, एफआईआर और बिहार की राजनीतिक गिरावट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। कहा, “जन सुराज इस भ्रष्ट व्यवस्था को बदलने निकला है।”
बिहार में जन सुराज कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के बाद प्रशांत किशोर ने सरकार से तीखे सवाल पूछे और 7 दिन में जवाब न मिलने पर मुख्यमंत्री आवास घेराव की चेतावनी दी।
बिहार विधानसभा में मतदाता सूची पर विशेष पुनरीक्षण अभियान को लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हुई। सीएम ने कहा- “तुम बच्चे हो”, जवाब में तेजस्वी बोले- “आप आदरणीय हैं, पर सब कुछ नहीं देख रहे।”
भारतीय चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में विशेष पुनरीक्षण अभियान के तहत 51 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे, जिनमें मृतक, स्थानांतरित और डुप्लीकेट नाम शामिल हैं। यह कदम सूची को शुद्ध और अद्यतन रखने के लिए उठाया गया है।
तेज बारिश के बीच भी सुपौल की ‘कुशवाहा स्वाभिमान रैली’ में उमड़ा जनसैलाब, तेजस्वी यादव ने एनडीए पर साधा निशाना और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती दी। कोसी के विकास और सामाजिक न्याय की बड़ी घोषणाएं भी कीं। भीगती भीड़ का उत्साह बदलाव की गवाही दे रहा था।